रास्ते की तरह दिख रही थी ज़िन्दगी जैसे जैसे चलती गई वैसे ही राह मिलती गई। रास्ते की तरह दिख रही थी ज़िन्दगी जैसे जैसे चलती गई वैसे ही राह मिलती गई।
किस्मत तो मौका देती है। पर मेहनत तो चौंका देती है। किस्मत तो मौका देती है। पर मेहनत तो चौंका देती है।
रचता खेल बना कठपुतली रंगमंच पे। रचता खेल बना कठपुतली रंगमंच पे।
जिस तरह नदी अपनी राह पर निरंतर बढ़ती जाती है, कवियत्री भी अपने सपनों की तरफ बढ़ रही हैं। जिस तरह नदी अपनी राह पर निरंतर बढ़ती जाती है, कवियत्री भी अपने सपनों की तरफ बढ़ रह...
लीक -लीक पहिया चलै, लीक ही चलैं कपूत। लीक छांड़ि तीनहु चलैं, शायर - सिंह- सपूत। लीक -लीक पहिया चलै, लीक ही चलैं कपूत। लीक छांड़ि तीनहु चलैं, शायर - सिंह- सपू...
साहिर - जादूगर ताहिर - गुणी अहिर - भक्त भगवान एक / अंतिम साहिर - जादूगर ताहिर - गुणी अहिर - भक्त भगवान एक / अंतिम